शारदीय नवरात्रि के चलते इन दोनों अल्मोड़ा में अलग-अलग स्थान पर रामलीला मंचन का आयोजन किया जा रहा है । इसके बाद 12 अक्टूबर को दशहरा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस दशहरा महोत्सव में रावण परिवार के 15 पुतलों का निर्माण किया जाएगा।
दशहरा महोत्सव का आयोजन को लेकर दशहरा समिति द्वारा पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि इस बार दशहरा महोत्सव में समुचित स्थान की उपलब्धता न होने पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का बहिष्कार किया गया है केवल रावण परिवार के पुत्रों का दहन किया जाएगा पुतलों का दहन विश्वविद्यालय परिसर के सिमकनी मैदान में किया जाएगा।
दशहरा समिति के अध्यक्ष अजीत कार्की ने बताया कि विभिन्न पुतला समितियां के द्वारा जो पुतलों का निर्माण किया जाएगा उनमें से प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाले पुतलों के लिए पुरस्कार के रूप में 21 हजार, 15 हजार और 11 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके साथ ही समिति की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होनें कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मालरोड स्थित नगर पालिका पार्किंग स्थल से कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। जिसमें सुबह 11 बजे दुर्गा समितियां शोभा यात्रा निकालेगी। उसके बाद पार्किंग स्थल पर सभी पुतले एकत्र होंगे। जहां विधिवत उद्घाटन के साथ सभी पुतलों का जुलूस निकलेगा जो एसएसजे परिसर के सिमकनी खेल मैदान मैं पहुंच कर पुतलों का दहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा का ऐतिहासिक दशहरा पर्याप्त स्थान उपलब्ध न होने से फीका पड़ने लगा है उन्होंने सरकार से मांग की की आकाशवाणी के निकट जो शत्रु संपत्ति है वहां पर दशहरा महोत्सव के लिए निश्चित स्थान बनाया जाए।
पत्रकार वार्ता में मुख्य संयोजक किशन लाल, सचिव वैभव पांडे, हरीश कनवाल, मनोज सनवाल, विनोद वैष्णव, आनंद सिंह बगड़वाल, कैलाश गुरुरानी दीप जोशी, उज्जवल जोशी, सलमान अंसारी, हनी वर्मा आदि मौजूद रहे।