पिथौरागढ़ जिले की मुनस्यारी रेंज में इको हट, डोरमेट्री के निर्माण और फायर लाइन मामले पर अब आईएफएस (भारतीय वन सेवा) अधिकारी विनय भार्गव का जवाब सामने आया है, IFS विनय भार्गव ने मामले में लगाए गए आरोपों पर ही सवाल खड़े करते हुए इन्हें मनगढ़ंत करार दे दिया है, जानिए क्या था यह पूरा मामला और विनय भार्गव ने इस मामले पर क्या कहा ?
पिथौरागढ़ वन प्रभाग में वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान ऐसे कई काम हुए जिन पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं, पिछले दिनों ऐसे ही कुछ कामों को लेकर तत्कालीन DFO विनय भार्गव से स्पष्टीकरण भी लिया गया है, हालांकि इस मामले में अभी उनका शासन को लिखित जवाब आना बाकी है, लेकिन इससे पहले उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए मामले में अपना पक्ष रखा है।
आईएफएस अधिकारी विनय भार्गव ने कहा कि उन्हें शासन द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण का पत्र मिल गया है, जिसका मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए समुचित जवाब प्रेषित किया जाएगा, उन्होंने बताया कि मुनस्यारी में कराए गए कामों की सराहना और सफलता से परेशान होकर किसी व्यक्तिगत ईर्ष्या द्वेष से ग्रसित होकर प्रभाग के कामों में कमी निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
पूरे मामले को IFS संजीव चतुर्वेदी ने खोला था, दरअसल, तत्कालीन प्रभागीय वनाधिकारी और मौजूद कंजरवेटर ऑफ फारेस्ट विनय भार्गव पर आरोप है कि उन्होंने बिना पूर्व स्वीकृति के साल 2019 में पिथौरागढ़ के वन विभाग के डीएफओ रहते हुए कई पक्की संरचनाओं के कार्य करवाए है, इसमें डोरमेट्री का निर्माण, वन कुटीर उत्पाद विक्रय केंद्र का निर्माण, 10 इको हट का निर्माण और ग्रोथ सेंटर का निर्माण शामिल हैं, इस पूरे मामले की जांच IFS संजीव चतुर्वेदी ने की थी।