उत्तराखंड अधिनस्त चयन सेवा आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ लिया है। अल्मोड़ा में बेरोजगारों ने पेपर लीक मामले में चौघानपाटा में प्रदर्शन किया। वहीं पूरी बाजार में सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए रैली निकाली। वही परीक्षा को रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने की मांग की। रैली में सैकड़ों बेरोजगार, छात्र और विभिन्न राजनैतिक संगठनों के लोग मौजूद रहे। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ले प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र कोरंगा ने कहा कि पूर्व में हमने मांग की थी की इस परीक्षा की तिथि आगे बढ़े और परीक्षा न हो। क्योंकि पहाड़ों में जगह जगह आपदा के कारण सड़के टूटी हुई थी। उसके बाद जब परीक्षा तिथि नहीं बदली को 20 सितंबर को ही दूर दूर से बच्चे टूटी सड़कों को पार कर परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों में पहुंचे।
परीक्षा से एक दिन पहले हाकम सिंह पकड़ा गया। इसी बात से हम समझ गए थे कि हाकम सिंह ने जिन लोगों से पैसा लिया है उन लोगों से शायद वादा कर दिया कि परीक्षा 21 तारीख को ही होगी। जिसका खामियाजा सभी के सामने है। उन्होंने कहा कि 21 सितंबर को 11.30 बजे की ये चैट सारे सोशल मीडिया में फैलती है। जिसके बाद साफ व स्पष्ट तौर पर हम यह कहते है कि पेपर लीक हुआ है। इसको लेकर जगह जगह प्रोटेस्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब हाकम सिंह पकड़ा गया तो इस समय जो ऑडियो लीक हुआ वह बेरोजगार संघ के संज्ञान में आया।
उसी को सोर्स बनाते हुई एसटीएफ ने हाकम सिंह को पकड़ा। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि हाकम सिंह के हाकमों को पकड़ा जाए। वहीं जो कूड़ा आयोग के अंदर भरा पड़ा है उसकी सफाई हो और यह पेपर दोबारा से कराया जाय। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो कैसे युवा सरकार और आयोग पर भरोसा कर पाएगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह पूरे प्रदेश में हजारों युवा अपने हक हकूकों के लिए आगे आ रहे हैं। इससे साफ है कि धामी सरकार बहुत जल्द हमारी मांगों के आगे घुटने टेकेगी।