अलमोड़ा में मानसखण्ड विज्ञान केंद्र, अल्मोड़ा में तकनीकी सशक्तिकरण और नवाचार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक विशेष दो-सप्ताहीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. नवीन चंद्र जोशी एवं एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ. जी. सी. एस. नेगी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। प्रशिक्षण का आयोजन विज्ञान केंद्र के नव प्रवर्तन केंद्र (Innovation Hub) के तत्वावधान में किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विज्ञान केंद्र के डेमोंस्ट्रेटर्स एवं तकनीकी कर्मचारियों को विविध वैज्ञानिक और तकनीकी विषयों में सैद्धांतिक तथा व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। डॉ. नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रतिभागियों की कार्यक्षमता में वृद्धि करने तथा उन्हें बहुआयामी वैज्ञानिक विषयों से परिचित कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने जानकारी दी कि कार्यक्रम के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक्स, STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी एवं गणित), कोशिका जीवविज्ञान, खाद्य अपमिश्रण की पहचान, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, विज्ञान आधारित रोचक प्रयोग, यांत्रिक उपकरणों का संचालन, और आपदा प्रबंधन जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
डॉ. जोशी ने यह भी कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य केवल कर्मचारियों को उनके वर्तमान कार्यक्षेत्र तक सीमित रखना नहीं है, बल्कि उन्हें तकनीकी नवाचार, समस्या-समाधान क्षमता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को व्यवहार में लाने के लिए प्रशिक्षित करना है।
एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ. जी. सी. एस. नेगी ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम बहु-विषयक समझ विकसित करते हैं, जो प्रतिभागियों को पारंपरिक सीमाओं से बाहर सोचने और सीखने हेतु प्रेरित करते हैं। उन्होंने इस पहल को युवा वैज्ञानिकों और तकनीकी कर्मियों के लिए अत्यंत उपयोगी और समयानुकूल बताया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर प्रशिक्षक श्री अमृतांश तिवारी द्वारा “आर्डुइनो ऊनो” और मौलिक इलेक्ट्रॉनिक्स विषय पर एक व्यावहारिक सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में प्रतिभागियों को माइक्रोकंट्रोलर की मूल संरचना एवं सरल कोडिंग तकनीकों की सहायता से इलेक्ट्रॉनिक सर्किट निर्माण की जानकारी दी गई।
इस कार्यक्रम में विज्ञान केंद्र के डेमोंस्ट्रेटर एवं तकनीकी कर्मचारी – श्री प्रदीप तिवारी, श्री संजय कनवाल, श्री भास्कर देवड़ी, श्री शिवम् पंत, श्री मनीष पालीवाल, सुश्री तमन्ना बोरा एवं श्री पारस कुमार – सक्रिय रूप से प्रतिभाग कर रहे हैं।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल मानसखण्ड विज्ञान केंद्र के स्टाफ के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहा है, बल्कि यह शिक्षा, नवाचार एवं विज्ञान संचार के क्षेत्र में एक अनुकरणीय पहल के रूप में भी देखा जा रहा है।