जीबी पंत एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी पंत नगर उधम सिंह नगर ने चार दिवसीय कृषि मेले का आयोजन किया जा रहा है, कृषि मेले में तरह-तरह के पौधों, बीजों और उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई गई है, वहीं किसानों को भी खेती और फसलों की जानकारी दी जा रही है, इन सबके बीच पंत नगर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में दुनिया के सबसे महंगे बादाम के नाम से मशहूर मैकाडामिया नट्स का पौधा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, सबसे अच्छी बात ये है कि उत्तराखंड के किसान भी इसकी खेती कर मालामाल हो सकते है।
दुनिया के सबसे महंगे बादाम में सुमार मैकाडामिया नट्स की खेती अब उत्तराखंड में भी हो सकती है, पंतनगर किसान मेले में लगे मैकाडामिया नट्स के पौधे ब्रिकी के लिए रखे गए है, पश्चिमी बंगाल कोलकात की एक नर्सरी ने आस्ट्रेलियन प्रजाति के मैकाडामिया नट्स को भारत की जलवायु के अनुकूल विकसित किया है, नर्सरी के मालिक आयन मंडल ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी।
नर्सरी के मालिक आयन मंडल ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के किसान मैकाडामिया नट्स की सफलतापूर्वक खेती कर रहे है, लेकिन भारत में इसका एक भी पौधा नहीं था, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से 25-30 साल पुराने मदर प्लांट को पहले भारत मंगवाया, उसके बाद उसे पौधे को यहां की जलवायु के अनुकूल तैयार किया।
आयन मंडल के मुताबिक मैकाडामिया नट्स का पौधों -3 से 45 डिग्री तक तापमान में आसानी से उगाए जा सकता है, मैकाडामिया नट्स की खेती करने वाले किसानों को इस बात के विशेष ध्यान रखना होगा कि पानी के जमाव वाले क्षेत्र से पौधे के दूर रखना होगा, इसकी खेती तराई और पहाड़ों के ढलान दार खेत में आसानी से की जा सकती है।
आयन मंडल ने बताया कि इस बादाम में मिनरल्स, फाइबर व एंटी आक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जिसकी वजह से यह ह्रदय रोगियों के लिए लाभदायक होती है, यहीं कारण है कि ये प्रजाति दुनिया भी सबसे महंगा बदाम में शुमार है, मैकाडामिया नट्स बाजार में दो से तीन हजार रुपए किलो तक बिकते है।
नर्सरी के ऑनर अयान मंडल ने बताया कि मैकाडामिया नट्स विश्व के कई देशों में उगाया जा रहा है, जिसमे ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, केनिया, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान शामिल है. भारत में भी इसकी खेती के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है, मैकाडामिया नट्स से दुनिया की सबसे महंगी चॉकलेट तैयार होती है, मौजूदा समय में नट्स का प्रयोग कई चॉकलेट में हो रहा है।
अयान मंडल ने जो दावा किया है कि उसके अनुसार किसान एक एकड़ भूमि पर मैकाडामिया नट्स की 50 लाख से एक करोड़ रुपए की फसल उगा सकता है, पहाड़ी क्षेत्र में ये बदाम और आसानी से उगाया जा सकता है। अयान मंडल ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया या केनिया के पुराने मदर प्लांट्स से पौधा तैयार किया जाता है, तो वह चार से पांच साल में फल देना शुरू कर देता है, जबकि अन्य जगह के पौधों को तैयार करने में 10 साल तक का वक्त लग जाता है, इसकी खेती से किसान काफी मुनाफा कमा सकता है।