देहरादून जिले के ऋषिकेश में मेयर शंभू पासवान और कांग्रेस नेता दीपक जाटव के बीच तीखी नोकझोंक हुई, मामला इतना बढ़ गया था कि दीपक जाटव और स्थानीय लोगों ने मेयर शंभू पासवान का विरोध करते हुए उनके वाहन तक को घेर लिया था, दीपक जाटव और अन्य लोगों ने मेयर शंभू पासवान के वाहन को आगे नहीं जाने दिया, जिससे बात और ज्यादा बिगड़ गई।
आखिर में विवाद ज्यादा बढ़ा तो पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा, पुलिस ने किसी तरह भीड़ को तितर बितर किया और मेयर शंभू पासवान को विरोधियों के बीच से बाहर निकाला, दरअसल, ये पूरा हंगामा परशुराम चौक से लेकर सत्संग भवन गंगानगर तक सड़क निर्माण का कार्य को लेकर हुआ, सड़क निर्माण के लिए जेसीबी कई दिनों से लगातार सड़क खुदान का काम कर रही है। लोगों का कहना है कि जेसीबी ने लिमिट से ज्यादा खुदाई की है, इस वजह से स्थानीय लोग काफी गुस्से में है, क्योंकि बारिश की वजह से गड्ढों में पानी भर रहा है और लोगों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मामले में दीपक जाटव स्थानीय लोगों के साथ मिलकर मौके पर पहुंचे और उन्होंने मेयर शंभू पासवान से वर्क आर्डर की कॉपी के साथ मौके पर निरीक्षण करने के लिए निवेदन किया, मेयर शंभू पासवान मौके पर पहुंचे तो लोगों ने समस्या को दिखाते हुए हल्ला करना शुरू कर दिया।
इस दौरान वर्क आर्डर की कॉपी नहीं दिखाए जाने पर लोगों ने नाराजगी जताई, इसी बीच कांग्रेस नेता दीपक जाटव और मेयर के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी, बात इतनी बढ़ी की सुरक्षा को देखते हुए मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा, किसी तरह पुलिस ने भीड़ के बीच से मेयर शंभू पासवान को बाहर निकाला।
दीपक जाटव ने आरोप लगाया कि यहां पर कार्य बिना वर्क आर्डर और बिना टेंडर के किया जा रहा है, अब तक लाखों रुपए की मिट्टी का उठान कर बेच दिया गया है, यदि मेयर साहब के मन में कोई आशंका नहीं थी तो वह मौके पर ही स्थिति को पेपर दिखाकर साफ करते और लोगों का गुस्सा शांत करते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, वहीं मेयर शंभू पासवान ने बताया कि वर्क आर्डर की कॉपी ऑफिस में आकर देखी जा सकती है, बिना टेंडर और बिना वर्क आर्डर के कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है।