पंचायत मटेना में बंदरों ने हमला कर एक महिला को घायल कर दिया। स्वजन घायल को सीएचसी बैजनाथ ले गए, जहां उनके सिर में चिकित्सकों ने आठ टांके लगाए। इस घटना से ग्रामीणों में तीव्र आक्रोश है। ग्रामीणों ने शीघ्र घायलों को मुआवजा दिए जाने व बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग की है।
आए दिन बंदर मटेना गांव में जमकर आतंक मचा रहे हैं। भंडारीधार तोक में घर के आंगन में काम कर रही नीमा तिवारी पत्नी विपिन चंद्र तिवारी उम्र 47 वर्ष पर बंदरों ने अचानक हमला कर दिया। बंदरों ने उनके सिर को बुरी तरह फाड़ दिया। उनके चीखने-चिल्लाने पर स्वजन मौके पर पहुंचे और बमुश्किल उन्हें बचाया। इस घटना से मटेना गांव के ग्रामीणों में तीव्र आक्रोश है।
ग्रामीणों ने बताया कि बंदर लंबे समय से गांव में आतंक मचा रहे हैं। बंदरों के हमले में अब तक गांव के दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं। मटेना के पूर्व ग्राम प्रधान व प्रशासक रविशंकर बिष्ट, उप प्रधान नीमा बड़सीला, सामाजिक कार्यकर्ता हेम चंद्र पांडे, कैलाश पांडे, लक्ष्मी दत्त खोलिया, ख्याली दत्त जोशी, फकीरा दत्त बिष्ट, गिरीश खोलिया आदि ग्रामीणों ने वन विभाग से बंदरों की समस्या से निजात दिलाने व घायलों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
इधर, वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह गुंसाइ्र ने कहा कि चिकित्सकों की रिपोर्ट के आधार पर व मानकों के अनुसार घायल को मुआवजा दिया जाएगा और गांव में पिंजरा लगाकर बंदरों को पकड़ा जाएगा।