महर्षि वाल्मीकि की जयंती के अवसर पर अल्मोड़ा में वाल्मीकि प्रकट दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर वाल्मीकि समाज के लोगों ने महर्षि वाल्मीकि का भव्य जुलूस निकाला। और महर्षि वाल्मीकि के जीवन और उनके आदर्शों को याद किया।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व दर्जा मंत्री एके सिकंदर पवार ने कहा कि जहां महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण को पूरे भारतवर्ष में दिखाया जाता है इसका मंचन किया जाता है वही बाल्मीकि जयंती पर सभी लोगों का एकजुट होकर जयंती को मनाया जाना चाहिए लेकिन अक्सर ऐसा नहीं देखा जाता है केवल वाल्मीकि समाज ही बाल्मीकि जयंती को धूमधाम से मानता है। इस दौरान महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण और उसके महत्व पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला।
इस अवसर पर वाल्मीकि समाज के एक पूर्व मंत्री एक के सिकंदर पवार ने कहा कि यह केवल वाल्मीकि समाज का नहीं परंतु सभी हिन्दू,मुस्लिम, सिख, इसाई, सभी भाइयों का यह त्यौहार को मनाना ,चाहिए जबकि से केवल वाल्मीकि समाज ही मानाता चला आ रहा है, इस दिन अल्मोड़ा में राजपुरा, एनसीडी ,पाताल देवी और अन्य जगहों से महर्षि वाल्मीकि की झांकी आती है जिसे अल्मोड़ा पार्किंग के पास एकत्र कर यहां से पूरे अल्मोड़ा में झांकी निकाली जाती है।