जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी के निर्देश पर सोमवार 14 अक्टूबर को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ने जहां जिला मुख्यालय के कार्यालय में छापा मारा तो वहीं तहसील स्तरों पर एसडीएम ने दफ्तरों का औचक निरीक्षण किया, सीडीओ और एसडीएम के औचक निरीक्षण में कई अधिकारी और कर्मचारी नदारद मिले, जिनका पिथौरागढ़ जिलाधिकारी ने एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया।
दरअसल, पिथौरागढ़ जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि अधिकारी और कर्मचारी समय से दफ्तर नहीं आ रहे है, जिस कारण आम जनता को काफी परेशानी हो रही है, इसीलिए सोमवार को पिथौरागढ़ जिलाधिकारी के निर्देश पर सीडीओ और एसडीएम ने अलग-अलग कार्यालय का औचक निरीक्षण की, इस दौरान देखने में आया कि सुबह 10 बजे तक कई कर्मचारी और अधिकारी अपने दफ्तर नहीं पहुंचे थे, जिन पर जिलाधिकारी ने एक्शन लिया और उनका एक दिन का वेतन रोक दिया है।
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता / अधिशासी अभियन्ता कार्यालय पिथौरागढ़ में अधिशासी अभियन्ता समेत 22 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, इसके अलावा जल संस्थान पिथौरागढ़ में एक कार्मिक अनुपस्थित। परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण पिथौरागढ़ ने निम्न कार्यालयों में प्रातः 10:00 औचक निरीक्षण किया गया और निरीक्षण के समय अधिकारी एवं कार्मिक अनुपस्थित पाये गए, ग्रामीण निर्माण विभाग पिथौरागढ़ अधिशासी अभियन्ता सहित चार कार्मिक अनुपस्थित।
वहीं कृषि विभाग में चार, मत्स्य विभाग सहायक निदेशक सहित चार, स्वजल विभाग चार, समाज कल्याण विभाग में समाज कल्याण अधिकारी सहित चार, बाल विकास विभाग पिथौरागढ़ में छह, पंचायती राज विभाग में छह, सहकारिता विभाग चार कर्मचारी गायब पाए गए। इसके अलावा जिला विकास अधिकारी पिथौरागढ़ ने 10 बजे कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, निरीक्षण के समय अधिकारी एवं कार्मिक अनुपस्थित पाये गए, मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पांच, जिला शिक्षा कार्यालय माध्यमिक में चार कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
इसके अलावा बेरीनाग और मुनस्यारी के उपजिलाधिकारियों ने अपने यहां अलग-अलग विभागों में सुबह 10 बजे छापा मारा, वहीं भी बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी नदारद पाए गए।