दिल्ली-दून हाईवे एनएच 58 पर खड़ोली मोड़ के पास शनिवार शाम उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के काफिले की गाड़ियां आपस में टकरा गईं। गनीमत रही कि हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री रावत और अन्य कोई हताहत नहीं हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री को क्षतिग्रस्त गाड़ी से निकाल कर दूसरी गाड़ी से देहरादून के लिए रवाना किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरीश रावत से दूरभाष पर वार्ता कर घटना की जानकारी ली और उनकी कुशलता की कामना की।
हरीश रावत का काफिला दिल्ली से देहरादून की ओर जा रहा था। इस दौरान आगे चल रही एक महिला कार चालक ने अचानक अपनी कार के ब्रेक लगा दिए, जिससे पीछे काफिले में चल रही सरकारी और निजी गाड़ियां एक-दूसरे से टकरा गईं। घटना की सूचना मिलते ही थाना कंकरखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने हाईवे पर खड़ी काफिले की गाड़ियों को किनारे कराया और हरीश रावत को सुरक्षा कारणों से तुरंत दूसरी गाड़ी में बैठाकर देहरादून की ओर रवाना किया। थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि महिला चालक द्वारा अचानक ब्रेक लगाए जाने से काफिले में चल रही कई गाड़ियां आपस में भिड़ गईं। पूर्व मुख्यमंत्री को पुलिस एस्कार्ट से मुजफ्फरनगर बार्डर तक सुरक्षित छोड़ा गया।
सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि हादसे में कार का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री को काफिले की अन्य गाड़ी में शिफ्ट किया गया। पुलिस ने एस्कार्ट कर उन्हें मुजफ्फरनगर बार्डर तक सुरक्षित छोड़ा है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने uk360 न्यूज से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि वे पूरी तरह ठीक हैं। उन्हें या कार में सवार किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं आई है। हादसे की जानकारी मिलते ही कांग्रेस नेताओं में हलचल मच गई। पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवनीश काजला भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हरीश रावत पूरी तरह सुरक्षित हैं। मेरठ पुलिस ने उन्हें दूसरी गाड़ी में सुरक्षित आगे रवाना किया।

			

