देहरादून में शहर काजी मोहम्मद अहमद कासमी ने कहा कि पहलगाम में निर्दोष व्यक्तियों का कत्लेआम जिन लोगों ने किया है, वह मुसलमान तो क्या इंसान कहलाने के लायक भी नहीं हैं। इस्लाम में किसी निर्दोष व्यक्ति की हत्या निषेध है और किसी निर्दोष व्यक्ति की हत्या पूरी मानवता की हत्या है।
हम इस कायराना हमले की कड़े अल्फाजों में निंदा करते हैं और भारत के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से मांग करते हैं कि अति शीघ्र आतंकवादियों के विरुद्ध युद्ध स्तर पर कार्रवाई करते हुए घाटी व मुल्क में अमन सुकून की स्थापना करें। पलटन बाजार स्थित जामा मस्जिद में पहलगाम हमले के विरोध में गुस्से का इजहार करते हुए शहर काजी मोहम्मद अहमद कासमी ने यह बात कही।
शहर काजी ने दून शहर के समस्त व्यापारियों व मुस्लिम सेवा संगठन के माध्यम से दूनवासियों से अपील की है कि इस शर्मनाक घटना के विरोध व हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना स्वरूप गुरुवार दोपहर 12 बजे तक समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे जाएं। इस दौरान मुस्लिम सेवा संगठन के अध्यक्ष नईम कुरैशी, उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी, महासचिव सद्दाम कुरैशी व कमर खान आदि मौजूद रहे।
आल इंडिया मुस्लिम जमात के प्रदेश अध्यक्ष व नाएब सुन्नी शहर काजी पीर सैयद अशरफ हुसैन कादरी ने भी पहलगाम में निहत्थे और बेगुनाह सैलानियों पर हुए कायराना हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। कहा कि यह घटना इंसानियत के खिलाफ एक शर्मनाक हरकत है। उन्होंने कहा कि ऐसे तत्व न सिर्फ देश की शांति और कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, बल्कि भारत की शांतिपूर्ण छवि को भी धूमिल कर रहे हैं।
भारत सरकार और संबंधित राज्य प्रशासन से इस घिनौने कृत्य में शामिल सभी आतंकियों को तुरंत गिरफ्तार करने व कानून के अनुसार सख्त से सख्त सजा देने की मांग की गई। पीर सैयद अशरफ हुसैन कादरी ने पीड़ितों और उनके स्वजनों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की। साथ ही देशवासियों से अपील की कि वे देश में अमन, एकता और भाईचारे को बरकरार रखने में अहम भूमिका निभाएं।