अल्मोड़ा में धरा को हरा- भरा करने के लिए हर साल वन विभाग की ओर से लाखों की लागत से लाखों पौध रोपित किए जाते हैं। इसके बाद भी विभाग के विभिन्न रेंजों में सघन वन विकसित नहीं हो पाए हैं।
पिछले पांच सालों में करीब 5.37 करोड़ की लागत से विभिन्न प्रजातियों के 13.86 लाख से अधिक पौधे रोपित करने के बाद भी वनों में पर्याप्त हरीयाली नहीं आ पाई है। अब पौधरोपण के बाद इन पौधों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं। सिविल सोयम वन प्रभाग के लमगड़ा, चौबटिया, गणानाथ, कोसी, मृग विहार, बिनसर, जागेश्वर व कनारीछीना रेंजों में 3, 65,668 पौधे रोपित किए गए। इन पौधों को रोपण करने में 1,63,65, 032 रुपये खर्च किए गए।
वहीं अल्मोड़ा वन प्रभाग के सोमेश्वर, अल्मोड़ा, जौरासी, द्वाराहाट, मोहान व रानीखेत वन रेंजों में 1019999 पौधे लगाए गए। इन पौधों को लगाने में करीब 37380792 रुपये खर्च हुए। इतने पेड़ लगाए जाने के बाद भी आखिर वह दिख नहीं रहे है। जिस तेजी से वन विभाग पौधरोपण कर रहा है उससे तो आज तक कई जंगल तैयार हो जाने चाहिए थे।
अल्मोड़ा वन प्रभाग की स्थिति
- वर्ष -पौधे -धनराशि
- 2020, 361342, 12133896
- 2021, 139000, 4895520
- 2022, 252280, 8776968
- 2023, 243350, 9301488
- 2024, 24027, 2272920