मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भ्रष्टाचार पर सख्त रुख बरकरार है। यही कारण भी है कि उन्होंने विजिलेंस को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ खुली कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसकी असर हर वर्ष बढ़ते विजिलेंस ट्रैप और गिरफ्तारियों की बढ़ती संख्या के रूप में नजर आ रहा है।
साथ ही मजबूत साक्ष्य के आधार पर विजिलेंस साढ़े चार साल में 71 प्रतिशत मामलों में आरोपियों को कोर्ट से सजा दिलाने में कामयाब रही है। यही नहीं, जहां वर्ष 2021 में भ्रष्टाचार के आरोप में पांच गिरफ्तारी हुई थी, वही वर्ष 2024 में यह संख्या 38 तक पहुंच गई थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने पदभार संभालने के साथ ही भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था। यही कारण है कि विजिलेंस भ्रष्टाचारियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सतर्कता विभाग ने शिकायत दर्ज कराने के लिए टोल फ्री नंबर 1064 भी जारी किया हुआ है। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को अंतिम फैसला आने तक आरोपियों को पूर्व के दायित्व व अहम जिम्मेदारी न देने के साथ ही ट्रैप के मामलों में अभियोजन की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
विजिलसें ने नैनीताल में लोनिवि के सहायक अभियंता, देहरादून के हरर्बटपुर सब स्टेशन के जूनियर इंजीनियर, नैनीताल के रामनगर में एलआइयू के उप निरीक्षक और मुख्य आरक्षी, काशीपुर में रोडवेज के सहायक महाप्रबंधक, हरिद्वार के खंड शिक्षा अधिकारी, देहरादून में कार्यरत जीएसटी के सहायक आयुक्त और रुद्रपुर में जिला आबकारी अधिकारी को किया गिरफ्तार।