उत्तराखंड में मानसूनी बारिश का कहर जारी है, अभी उत्तरकाशी के धराली और स्यानाचट्टी में भारी बारिश से हालात सुधरे भी नहीं थे कि अब चमोली जिले के थराली विकासखंड के अलग अलग हिस्सों में बीती देर शाम से हो रही मूसलाधार बारिश से काफी नुकसान देखने को मिला है, थराली के कोटड़ीप, राड़ीबगड़, अपर बजार, कुलसारी, चेपडो, सगवाड़ा समेत अन्य हिस्सों में अतिवृष्टि से काफी नुकसान हुआ है।
हालात ऐसे हैं कि भारी बारिश से बाजार क्षेत्र में दुकानों में मलबा घुस गया है और कई मकानों को भी मलबे से नुकसान पहुंचा है, वहीं चेपडो में अतिवृष्टि से भारी तबाही देखने को मिली है, यहां में एक बुजुर्ग व्यक्ति के लापता होने की सूचना मिल रही है, इसके साथ ही सगवाड़ा गांव में भी एक 20 वर्षीय युवती के भवन के अंदर दबे होने की सूचना मिल रही है।
नगर पंचायत थराली के कोटड़ीप में दुकानों और मकानों को नुकसान होने के साथ ही गाड़ियां मलबे में दबी हुई हैं, इसके साथ ही तहसील मुख्यालय राड़ीबगड़ में उपजिलाधिकारी आवास के भीतर भी मलबा घुस गया है, नगर पंचायत अध्यक्ष के आवास और राड़ीबगड़ के कई घरों में मलबे से नुकसान पहुंचा है, कई बाइकें और अन्य वाहन मलबे की चपेट में आ गए हैं, घटना के बाद लोग दहशत में हैं, भारी बारिश के बीच लोगों ने घरों से भागकर सुरक्षित स्थानों पर जाकर शरण ली है।
देर रात चमोली जिले के थराली में अत्यधिक बारिश के कारण ऐसे हालात हुए हैं, 50 से अधिक छोटे बड़े वाहन मलबे में दब गए हैं, सड़कें भूस्खलन से पूरी तरह बंद हैं, थराली मुख्य बाजार में 108 एंबुलेस समेत 5 गाड़ियां मलबे में दबे हैं, सड़कें ध्वस्त हो चुकी हैं, पैदल आवाजाही काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, क्षेत्र में संचार सुविधा भी बाधित हो गई है। डीएम संदीप तिवारी ने कहा कि राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है, सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है, प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट की व्यवस्था की गयी है, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस बल की टीम मौके पर युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है, अवरुद्ध मार्गों को सुचारू करने का कार्य किया जा रहा है।
उत्तराखंड में भारी बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है, इस मानसून सीजन में काफी नुकसान हुआ है, भारी बारिश से आई आपदा में कई लोग जान गंवा चुके हैं तो कई लोगों के घर जमींदोज हो गए हैं, कई संपर्क मार्ग बाधित होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।