उत्तराखंड कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है, जब प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक और कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने बीजेपी का दामन थाम लिया। जोशी, जो कांग्रेस के प्रदेश स्तर पर एक प्रमुख नेता माने जाते थे, ने डबल इंजन सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल होने का निर्णय लिया। उनके साथ पूर्व कांग्रेस नेता बिट्टू कर्नाटक, जो कि पूर्व दर्जा धारी मंत्री रह चुके हैं, और पूर्व प्रदेश महामंत्री जगत सिंह खाती भी बीजेपी में शामिल हुए।
मथुरा दत्त जोशी और उनके साथ शामिल अन्य नेताओं ने पार्टी की नीतियों और राज्य के विकास में बीजेपी की प्रतिबद्धता को सराहा। इस घटनाक्रम को कांग्रेस के लिए एक बड़ा राजनीतिक नुकसान माना जा रहा है, क्योंकि इन नेताओं का पार्टी में मजबूत प्रभाव था। बीजेपी में शामिल होने पर सभी नेताओं को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने हार्दिक शुभकामनाएं दीं और आगामी चुनावों में राज्य की सेवा करने का विश्वास जताया। यह बदलाव कांग्रेस के लिए एक चुनौती बन सकता है, क्योंकि ये नेता पहले भी पार्टी की महत्वपूर्ण पहचान बने हुए थे।
बिट्टू कर्नाटक लगातार नाराज चल रहे थे, उनका कहना था की कांग्रेस पार्टी अब एक लोकतांत्रिक पार्टी नहीं रह गई है,जिसमें कर्मठ कार्यकर्ताओं को टिकट दिया जाता है, उनका कहना था की कांग्रेस पार्टी अब एक व्यक्ति की पार्टी हो चुकी है जिसमें आम जन मानस की बातें नहीं सुनी जाती जिसमें सिर्फ और सिर्फ चाटुकारिता वाले लोगों को प्राथमिकता दी जाती है, और वही बीजेपी अपने लोगों को टिकट देकर आगे बढ़ने का काम करती है जो जमीन से जुड़े लोग हैं उनके साथ हमेशा खड़ी रहती है, उनको ही टिकट दिया जो लोग जनता के साथ जुड़े हैं और जनता की और उनकी समस्याओं का निराकरण के लिए हमेशा खड़े हैं जिस कारण उन्होंने कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र देकर कांग्रेस को छोड़ा उसके बाद भाजपा मुख्यालय में जॉइनिंग खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ही कराई।