देहरादून जिले के ऋषिकेश में देर रात भीषण सड़क हादसा हो गया, इस हादसे में यूकेडी के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र पंवार समेत 3 लोगों की मौत हो गई, एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, त्रिवेंद्र पंवार को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया, तीसरे युवक की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, सीएम धामी ने इस हादसे पर दुख जताया है, उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह पंवार सहित तीनों के परिजनों को ये कष्ट सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।
ऋषिकेश में देहरादून रोड के इंद्रमणि बडोनी चौक के समीप रविवार की रात ये हादसा हुआ, यहां स्थित विवाह मंडप के बाहर सीमेंट से भरे एक ओवर स्पीड ट्रक ने सड़क किनारे खड़े कई वाहनों और लोगों को टक्कर मारी, दुर्घटना में शेरगढ़ डोईवाला निवासी एक व्यक्ति की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई, इस हादसे में घायल उत्तराखंड क्रांति दल यानी यूकेडी के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार गंभीर रूप से घायल हो गए, उनको आनन-फानन में एम्स ऋषिकेश ले जाया गया, एम्स के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, एक घायल दिल्ली निवासी जतिन को भी एम्स ऋषिकेश भेजा गया है, एम्स में इलाज के दौरान जतिन ने भी दम तोड़ दिया है।
यूकेडी के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ऋषिकेश के इंद्रमणि बडोनी चौक स्थित बारात घर में पहुंचे थे, समारोह में शामिल होने के बाद त्रिवेंद्र पंवार समारोह स्थल से बाहर निकले थे, इसी दौरान एक बेकाबू ट्रक कई वाहों को रौंदते हुए आया, त्रिवेंद्र पंवार भी इस ट्रक की चपेट में आ गए, इस दौरान ट्रक से कुचलकर एक युवक की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
यूकेडी नेता त्रिवेंद्र पंवार को तुरंत एम्स ऋषिकेश ले जाया गया, वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, हादसे के बाद ट्रक का चालक फरार हो गया था, पुलिस उसे सरगर्मी से तलाश कर रही थी, बताया जा रहा है कि यूकेडी के संरक्षक त्रिवेंद्र सिंह पंवार एक पूर्व राज्य मंत्री के बेटे की शादी के समारोह में शामिल होने आए थे, समारोह से लौटने के दौरान ये हादसा हो गया।
पुलिस उपाधीक्षक ऋषिकेश संदीप नेगी हादसे की सूचना पाकर दुर्घटनास्थल पर पहुंचे, यहां से वो एम्स पहुंचे, उन्होंने बताया कि इस हादसे में यूकेडी नेता त्रिवेंद्र सिंह पंवार सहित शेरगढ़ डोईवाला निवासी एक व्यक्ति की मौत हुई है, एक घायल को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था, डॉक्टरों ने काफी कोशिश की, लेकिन उसे बचा नहीं सके।