उत्तराखंड कांग्रेस में संगठनात्मक फेरबदल की तैयारी तेज हो गई है। इस दिवाली से पहले प्रदेश के 20 जिलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति तय मानी जा रही है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 15 अक्टूबर को दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं के अहम बैठक बुलाई है, जिसमें नए जिला अध्यक्षों के नाम पर अंतिम मोहर लगाई जाएगी। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को हटाने की भी चर्चा है। बताया जा रहा है कि आधे से अधिक जिला अध्यक्षों की कुर्सी जा सकती है। एआईसीसी ने सितंबर महीने में प्रदेश की राजनीतिक नब्ज परखने के लिए 26 ऑब्जर्वर भेजे थे। इन ऑब्जर्वरों ने एक से 30 सितंबर तक सभी जिलों का दौरा कर 15 जिलाध्यक्षों और सात महानगर अध्यक्षों के दावेदारों पर रिपोर्ट सौंपी है।
प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस करण महार ने कहा कि एआईसीसी ने 15 अक्टूबर को प्रदेश के सीडब्ल्यूसी और सीईसी सदस्यों की बैठक बुलाई है। दीपावली से पहले प्रदेशभर के 20 संगठनात्मक जिलों में अध्यक्षों के नाम फाइनल कर लिए जाएंगे।
प्रदेश कांग्रेस में सबसे बड़ी चर्चा प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के पद को लेकर ही हो रही है। माहरा नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी तीनों कुमाऊं से हैं। संगठनात्मक संतुलन को पार्टी गढ़वाल से नए अध्यक्ष बनने से किसी वरिष्ठ विधायक को नेता प्रतिपक्ष के जिम्मेदारी देने पर विचार किया जा रहा है। पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल और प्रीतम सिंह इस दौड़ में सबसे आगे हैं।
15 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) सदस्य हरीश रावत, गणेश गोदियाल, काजी निजामुद्दीन, केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) सदस्य करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह को आमंत्रित किया गया है।

			

