बांग्लादेश हिंसा के बीच उत्तराखण्ड के रुड़की से एक बड़ा सामने आया है। यहां चोरी छिपे पहचान बदलकर रह रहे एक बांग्लादेश युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला सामने आने के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसिया अलर्ट हो गई हैं। इधर बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ उत्तराखण्ड में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। आज रुद्रपुर में बंगाली समाज के लोगों ने सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। वहीं रुड़की से बांग्लादेशी युवक पकड़ा गया है। सूत्रों की मानें तो बांग्लादेशी लगातार बयान बदल रहा है। कभी तीन महीने पहले आने की बात बोल रहा है तो कभी तीन दिन पहले आने की। पुलिस बांग्लादेशी से गहनता से पूछताछ कर रही है।
शनिवार की रात सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित ढंडेरा क्षेत्र में लोगों ने एक दुकान पर एक संदिग्ध व्यक्ति देखा। उसकी बोलचाल से शक होने पर लोगों ने सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और संदिग्ध को पूछताछ के लिए कोतवाली ले आई। पूछताछ के दौरान पहले संदिग्ध पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा लेकिन बाद में पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना मुंह खोल दिया।
पूछताछ में उसने बताया कि वह बांग्लादेश का रहने वाला है। उसका नाम और पता रहीमुल (43) पुत्र वात्सुमल निवासी गांव हाकीमपुर, तहसील नूरदीप जिला पावना, राजशाही खुलना, बांग्लादेश है। बांग्लादेशी ने बताया कि वह चोरी छिपे भारत में घुसा है। हालांकि वह कब भारत की सीमा में घुसकर रुड़की पहुंचा है इसके बारे में पुलिस को गुमराह कर रहा है। कभी वह तीन माह पूर्व तो कभी तीन से चार दिन पूर्व रुड़की में आकर रहने की बात बोल रहा है। पुलिस बांग्लादेशी से सख्ती से पूछताछ कर रही है। ताकि पता चल सके कि वह कब भारत की सीमा में घुसा था और कैसे और कब रुड़की में आया है।