भारी बारिश के कारण मलबा आने से बंद सड़कें जी का जंजाल बन गई हैं। चकराता के झबराड़ गांव में बुखार से पीड़ित एक महिला को नौ किमी कंधे पर लादकर मुख्य मार्ग तक लाया गया। समय पर उपचार न मिलने से अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं, कुनैन गांव की एक बीमार महिला को 11 किलोमीटर डंडी-कंडी के सहारे किसी तरह मुख्य मार्ग तक लाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार झबराड़ गांव निवासी महिला संतो देवी (65) पिछले पांच दिन से बुखार से पीड़ित थीं। सिलीखड्ड-कुनैन मोटर मार्ग के पिछले छह दिन से बंद पड़े होने के कारण उनको अस्पताल नहीं ले जाया जा सका। शुक्रवार को अचानक उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। इस पर ग्रामीण उन्हें डंडी-कंडी के सहारे गांव से नौ किलोमीटर पैदल मुख्य मार्ग तक लाए।
इसके बाद उन्हें 108 सेवा के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चकराता लाया गया। इस दौरान संतो देवी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। क्षेत्र पंचायत सदस्य कुनैन नरेश चौहान ने बताया कि सड़क बंद होने से दो महिलाओं को डंडी-कंडी से मुख्य मार्ग तक पहुंचाया गया। कुनैन की दसी देवी का विकासनगर में उपचार चल रहा है। वहीं, संतो देवी की रास्ते में मौत हो गई।