जबरेड़ा देर रात कस्बे में सहारनपुर रोड स्थित मंदिर की सीढ़ियों पर बैठे तीन दोस्तों को एक अनियंत्रित ट्रक ने कुचल दिया। हादसे में एक की मौत हो गई जबकि दोनों किशोर घायल हो गए। ट्रक की टक्कर से मंदिर की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के बाद आक्रोशित भीड़ ने सहारनपुर-मंगलौर मार्ग पर धरना देकर बैठ गए, जिसके चलते सड़क जाम हो गई। करीब 11 घंटे तक चले धरने को पुलिस ने सुबह किसी तरह से आशवासन देकर समाप्त कराया।
झबरेड़ा कस्बा में सहारनपुर मार्ग पर भक्तोंवाली में सड़क के किनारे भगवान शिव मंदिर है। शुक्रवार रात करीब 12 बजे शिव मंदिर के अंदर जाने वाली सीढ़ियों पर भक्तोंवाली निवासी तीन दोस्त कार्तिक (17), आयुष (16) तथा सौरभ (17) बैठे हुए थे। इसी दौरान सहारनपुर की ओर से खाद से लदा ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क के करीब 40 फीट दूरी पर स्थित मंदिर की सीढ़ियों पर चढ़ गया। जिससे सीढ़ियों पर बैठे तीनों दोस्तों को ट्रक ने कुचल दिया।
साथ ही मंदिर की दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई। टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके की तरफ दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से ट्रक के नीचे फंसे तीनों दोस्तों को बाहर निकाला। लेकिन, तब तक कार्तिक की मौत हो चुकी थी। किशोर की मौत से मौके पर हड़कंप मच गया।
पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। जबकि दो अन्य को गंभीर हालत में ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भिजवाया गया। हादसे से आक्रोशित ग्रामीण मंदिर के बाहर सहारनपुर-मंगलौर मार्ग पर धरना देकर बैठ गए। कार्रवाई और मुआवजे की मांग की गई। पुलिस ने समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी।
शनिवार दोपहर धरनास्थल पर लोगों की भीड़ बढ़ गई। जिस पर आसपास के थानों से पुलिस बल बुलाना पड़ा। धरने पर बैठे ग्रामीण की ट्रक चालक तथा ट्रक मलिक को मौके पर बुलाने तथा मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा दिये जाने की मांग पर अड़ गये।



