नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कांग्रेसी पुलिस बहुउद्देशीय भवन के परिसर में धरने पर बैठ गए। इस दौरान एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। पुलिस को गुंडा बताया गया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और विधायक सुमित हृदयेश भी धरने में शामिल हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि चुनाव के दौरान पुलिस के सामने लोकतंत्र की हत्या की गई। लेकिन पुलिस मूकदर्शक थी।
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने दीपा दरम्वाल और कांग्रेस ने पुष्पा नेगी को मैदान में उतारा था। लेकिन गुरुवार को मतदान प्रक्रिया के दौरान ही नैनीताल में बवाल हो गया। पांच जिला पंचायत सदस्य वोट डालने से पहले ही गायब हो गए।
एक सदस्य डिकर मेवाड़ी को पुलिस के सामने ही घसीटकर ले जाने का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ। जिसके बाद मामला नैनीताल हाइ कोर्ट तक पहुंच गया। वहीं, शुक्रवार सुबह कांग्रेसी बड़ी संख्या में पुलिस बहुउद्देशीय भवन पहुंच गए।
धरने के दौरान सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन तक पर धांधली के आरोप लगाए जा रहे हैं। इस दौरान महानगर अध्यक्ष गोविंद बिष्ट, हरेंद्र बोरा, मलय बिष्ट, हेम नैनवाल, संदीप भैसोड़ा, सतीश नैनीवाल, सतनाम सिंह समेत अन्य मौजूद थे।