राजाजी टाइगर रिजर्व के करीब एक टाइगर का शव मिलने से हड़कंप मच गया है, मामला नरेंद्र नगर डिवीजन के ऐसे क्षेत्र का है, जो राजाजी के बेहद करीब है, फिलहाल विभाग टाइगर की मौत के पीछे के कारणों को जानने की कोशिश में जुटा हुआ है, उत्तराखंड में टाइगर्स की मौत के आ रहे मामलों के बीच एक और शव बरामद हुआ है, इस बार मामला राजाजी टाइगर रिजर्व से सटी हुई नरेंद्र नगर डिवीजन का है, हालांकि जिस जगह पर इस टाइगर का शव मिला है, वो राजाजी टाइगर रिजर्व के बिल्कुल करीब ही है।
बताया गया कि नरेंद्र नगर डिवीजन और राजाजी टाइगर रिजर्व को जोड़ने वाले गरुड़ चट्टी ब्रिज नेशनल हाईवे के नीचे मौजूद ड्रेनेज के पाइप में इस टाइगर का शव मिला है, ड्रेनेज के पाइप में काफी अंदर ये शव था, जहां से इसे बाहर निकाला गया, माना जा रहा है कि टाइगर की मौत करीब 2 दिन पहले हुई होगी, ऐसा इसलिए क्योंकि टाइगर की डेड बॉडी डी कंपोज होनी शुरू हो गई थी।
वैसे तो इस इलाके के आसपास जंगल मौजूद है, लेकिन पास में ही लोगों के रहने वाले स्थान भी हैं, ऐसे में कुछ लोगों के ब्रिज के करीब जाने पर काफी बदबू आने के बाद शव की जानकारी हो सकी, इसके बाद वन विभाग की टीम को बुलाया गया और टीम ने टाइगर के शव को बाहर निकाला।
फिलहाल टाइगर के शव का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है, टाइगर के सभी अंग ठीक हैं और किसी खरोच के निशान भी फिलहाल नहीं मिले हैं, वैसे तो टाइगर के मरने के पीछे के कारणों का पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा, लेकिन फिलहाल यह माना जा रहा है कि यह टाइगर काफी कमजोर था, ऐसे में खाना न मिलने या शिकार न कर पाने के कारण भी इसकी मौत हुई होगी, हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद टाइगर की मौत के कारण का पता चलेगा।
उधर यह टाइगर कहां से आया था? इसकी जानकारी टाइगर की स्ट्रिप्स पैटर्न से पता चल पाएगा, जिसके लिए वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया से मदद ली जाएगी, नरेंद्र नगर के डीएफओ जीवन राम दगाड़े ने टाइगर की मौत की पुष्टि की है, उन्होंने कहा है कि अभी मौत के कारणों के बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है, हालांकि पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है और जल्द ही रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।