अल्मोड़ा में अराजक तत्वों ने बंदी रक्षकों को पीटा, प्राथमिकी माल रोड पर देर रात जमकर मारपीट, जांच में जुटी पुलिस बंदी रक्षकों ने एक नामजद समेत कई अन्य को बनाया आरोपित । सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में लगातार अराजकता बढ़ते जा रही है। इससे नगर का माहौल बिगड़ रहा है। एसएसजे परिसर के छात्र गुटों में मारपीट का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि गुरुवार देर शाम फिर नगर की सड़कों पर अराजक तत्वों ने काफी देर तक उत्पात मचाया।
अराजक तत्वों ने ड्यूटी को जा रहे जिला कारागार के दो बंदी रक्षकों की बुरी तरह पिटाई कर दी। मारपीट के दौरान माल रोड पर काफी देर तक अराजकता का माहौल रहा। अब पीड़ित बंदी रक्षक की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने एक नामजद समेत 10 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जिला कारागार के बंदी रक्षक अनिल सिंह पालीवाल ने कोतवाली में तहरीर सौंपी है।अनिल का कहना है कि बुधवार की रात वह अपने एक अन्य साथी बंदी रक्षक संदीप कुमार के साथ अतिथि से मिलने के बाद वापस जिला कारागार में ड्यूटी को जा रहा था। उनकी ड्यूटी 12 से चार बजे तक थी। इस दौरान माल रोड पर केमू स्टेशन के समीप पीछे से आ रही बाइक संख्या यूके-01बी-1888 ने उनकी बाइक पर जोरदार टक्कर मार दी।
इस टक्कर में उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई। जबकि वह और साथी बाइक से गिर गए। इसके बाद बाइक संख्या यूके-01बी-1888 पर सवार पवन सिंह मेहरा और उसके साथी ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। इसी दौरान कई अन्य वाहनों से पवन सिंह मेहरा के आठ से 10 अन्य दोस्त भी पहुंच गए। पवन सिंह मेहरा ने फिर से दोस्तों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट कर दी।गालीगलौज कर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित बंदी रक्षक अनिल सिंह ने बताया कि मारपीट में उन्हें और उनके साथी संदीप कुमार के मुंह, नाक, गला, हाथ पैर व सीने पर गंभीर चोटें आई हैं। आरोप है कि हमले के दौरान उनकी डेढ़ तोले की सोने की चेन और एक-एक तोले की सोने की अंगूठी व संदीप कुमार की जेब से लगभग आठ हजार रुपये गायब हो गए हैं। पीड़ित बंदी रक्षक ने पवन सिंह मेहरा और आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।