टिहरी जनपद की नरेंद्रनगर तहसील में तैनात अमीन कमलेश्वर प्रसाद भट्ट की पत्थरों से कुचलकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारे उनका शव चंद्रभागा नदी किनारे फेंक गए। वह मुनिकीरेती में रहते थे और मंगलवार शाम को घर से निकले थे।अमीन की हत्या से स्वजन सन्न हैं, क्योंकि उनकी किसी से कोई रंजिश या विवाद नहीं था। ऋषिकेश पुलिस ने उनके भाई जितेंद्र भट्ट की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या की जीरो एफआईआर की है। आगे की जांच मुनिकीरेती पुलिस करेगी।
52 वर्षीय कमलेश्वर प्रसाद भट्ट मुनिकीरेती पालिका के वार्ड 10, शिव दुर्गा मंदिर के पास रहते थे। वह दो दिनों से अवकाश पर थे।स्वजन ने पुलिस को बताया कि मंगलवार शाम करीब सात बजे वह कुछ देर में आने की बात कहकर घर से निकले थे। रात करीब दस बजे तक भी नहीं लौटने पर राबिन ने उनके मोबाइल पर बात की। उन्होंने कुछ देर में आने की बात कही। देर रात तक नहीं लौटने पर उनकी तलाश की गई। स्वजन मुनिकीरेती थाने की ढालवाला चौकी में भी गए। बुधवार सुबह नदी के पास गए कुछ लोगों ने शव पड़ा होने की सूचना दी।
मुनिकीरेती और ऋषिकेश पुलिस मौके पर पहुंची तो चेहरा बुरी तरह से पत्थरों से कुचला हुआ था। स्वजन की ओर से शिनाख्त के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेजा गया और अज्ञात के विरुद्ध जीरो एफआईआर की गई। विवादों से दूर थे कमलेश्वर कमलेश्वर प्रसाद भट्ट की हत्या से स्वजन सहित आसपास के लोग भी हैरान हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार उनका और परिवार के सदस्यों का किसी से कोई विवाद नहीं था। उनके आस-पड़ोस में सबके साथ अच्छे संबंध थे। वह आते-जाते लोगों से कुशलक्षेम पूछते थे। सभासद विनोद सकलानी ने बताया कि कमलेश्वर प्रसाद भट्ट के तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी काजल की शादी हो चुकी है। दूसरी बेटी दिया और बेटा राबिन अभी पढ़ रहे हैं। पत्नी ममता रो-रोकर बुरा हाल है।